50/30/20 नियम आपके फाइनेंस को सम्भालने की एक पद्दति है। जो आपको टेक्स कटने के बाद मिलने वाली इनकम को तीन हिस्से में बाँटने की सलाह देती है। इस नियम के अनुसार आपको अपनी इनकम को तीन हिस्सो में बाँट लेना चाहिये।
1.जरुरत 2. चाँहत 3. बचत
जरुरत के लिये आपको अपनी इनकम का 50% रखना चाहिए।
इसमें कौन- कौन से खर्चे शामिल होते हैं ?
जरुरत के अन्तर्गत आपके वो खर्चे आते हैं, जो आपके जीवन यापने के लिये अति आवश्यक हैं। इसमें निम्नलिखित खर्चे शामिल हैं।
- Housing:- इसमें वो खर्चे आयेगें जो आपके रहने के लिए चाहिए जैसे घर का किराया, अगर आपने घर लोन पे लिया है तो उसकी किस्त, आपके घर का टेक्स इत्यादि।
- Utilities:- इसमें आपके बिजली का बिल, पानी का बिल, गैस का बिल, कूड़े वाला और इंटरनेट का बिल इत्यादि आते हैं।
- Groceries:- इसमें रोजमर्रा के जीवन के लिए खाना इत्यादि से जुड़े खर्चे आ जाते हैं।
- Transportation:- इसके अन्तर्गत कार की किस्त अगर आपने लोन पे ली है, कार के फ्यूल का खर्चा।
- Insurance:- इसमें आपके और आपके परिवार का हेल्थ इंश्योरेंस, जरुरत के हिसाब से लाईफ इंशोरेंस इत्यादि।
- Minimum Debt Payments:- इसके अन्तर्गत आपके छोटे-छोटे लोन की किस्त आती है जैसे क्रेडिट कार्ड का बिल या कोई और छोटा मोटा लोन।
इस कैटेगरी में होने वाले खर्चे को कम करने के लिए आपको सबसे पहले अपनी जरुरतों पर ध्यान देना होगा। कि सच में वो जरुरत हैं या चांहत जैसे खाना जरुरत है पर बाहर होटल में खाना चांहत। इसके अलावा आप कोशिश करें कि अपनी जरुरतों को अपनी इनकम के 50% हिस्से से में भी कम में पूरा कर लें।
चाहंत के लिये आप अपनी इनकम का 30% इस्तेमाल कर सकते हैं।
इसमें कौन- कौन से खर्चे शामिल होते हैं ?
चांहत में वो खर्चे आते हैं जो आपके जीवन यापन के लिए इतने जरुरी नहीं हैं पर कभी- कभी वो एक अच्छे जीवन यापन की परिभाषा जरुर बन जाते हैं। जैसे:-
- Dining Out:- बाहर खाना खाना आपकी चांहत हो सकती है महीने में कभी- कभी बाहर के खाने का स्वाद भी चख लेना चाहिए। जिसमें रेस्टोरेंट में कॉफी पीना और फास्ट फूड से जुड़े खर्चे शामिल हैं।
- Entertainment:- कुछ लोगों को सिनेमाघर में जाकर मूवी देखना पसंद होता है, तो कुछ लोग घर पर ही नेटफ्लिक्स का सब्सक्रिप्सन लेकर मूवी देखना पसंद करते हैं किसी को कॉन्सर्ट में जाना बहुत लुभाता है इस तरह के खर्चे को आप इस केटेगरी में डाल सकते हैं।
- Shopping:- हो सकता है आप उन लोगों में से हों जिन्हें शॉपिंग का बहुत शौक हैं तो आप इसको भी चांहत वली केटेगरी में डाल सकते हैं।
- Travel:- घूमने जाना भी एक तरह का एंटरटेंमेंट ही है तो आप इसको भी चांहत वाले खर्चे में काउंट कर सकते हैं।
- Hobbies:- हो सकता है आपकी कोई हॉवी हो जिसके लिए आप क्लासेस लेना चांहते हैं वो भी इसी खर्चे में शामिल है।
इस कैटेगरी में होने वाले खर्चे को कम करने के लिए आपको सबसे पहले यह निर्धारित करना होगा कि कौनसी चांहत पहले पूरी करनी है। जो सबसे अधिक जरुरी लगे आपको उस पर ही पैसे खर्च करने हैं। दूसरी बात ये भी ध्यान देना है कि ऐसा जरुरी नहीं की आप पूरे 30% पैसे खत्म ही करें हो सके तो इसमें से भी बचत की जा सकती है।
बचत के लिए आप बकी के 20% पैसे रख सकते हैं।
इस केटेगरी का पूरा ध्यान पैसे बचाने और पुराने कर्ज निबटाने पर होना चाहिए।
इस पैसे के साथ आप क्या- क्या कर सकते हैं।
- Savings:- आप इन पैसों को अपने बचत खाते में जमा कर सकते हैं। पर इससे आपका पैसा कम होगा इसलिए आच्छा यही होगा कि आप इस पैसे की फिक्स डिपॉजिट करा दें।
- Investment:- अगर आप थोड़ा जोखिम उठा कर अपने पैसे का बढ़ाना चहांते हें तो आप किसी भी अच्छे से स्टॉक एक्सचेंज ऐप पर रजिस्टर करके अपने पैसे को काम पर लगा सकते हैं। आप Groww ऐप का इस्तेमाल करके ट्रेडिंग और मिच्युल फंड में भी इन्वेस्ट कर सकते हैं।
- Debt Repayment:- अगर आप पर पहले से कोई कर्ज चढ़ा हुआ है तो इस पैसे का इस्तेमाल उस कर्ज को निबटाने के लिए करना चाहिए।
- Emergency Fund:- इसमें से कुछ पैसे का इस्तेमाल इमरजेंसी फन्ड बनाने के लिए करना चाहिए। ये फन्ड आपको आपके बुरे टाइम में काफी मदद कर सकता है। जैसे कई बार अचानक से मेडिकल इमरजेंसी आ जाती है तब ये फन्ड बहुत काम आता है।
इस केटेगरी में आप कुछ आदतें बना कर अच्छी खासी बचत कर सकते हैं। आप ऑटो सेविगं फीचर का इस्तेमाल करके ये बचत शुरु कर सकते हैं। आजकल बहुत से ऐप SIP (Systematic investment policy) का फीचर देते हैं। जिसमें आप से प्रतिमाह कुछ निर्धारित राशि ली जाती है।
50/30/20 Rule के फायदे
इस नियम को अपनी लाइफ में इस्तेमाल करना बहुत आसान है। ये उन लोगो के लिए बहुत ही अच्छा तरीका हो सकता है जो अभी बजटिंग में नये हैं। इस नियम के अनुसार आप लाइफ को इन्जॉय भी करते हैं साथ में एक अच्छे भविष्य के लिए पैसे कि बचत भी कर लेते हैं। इस नियम में आपके गोल निर्धारित होते हैं आपको पता होता है कहाँ कितना पैसा जा रहा है और उस पर कैसे कन्ट्रोल करना है।
50/30/20 Rule की लिमिटेशन
ये नियम उन लोगों के लिये बहुत मुशकिल हो सकता है जो ऐसी जगह पर रहते हैं जहाँ 50% इनकम में घर चलाना मुशकिल हो। ये वो लोग भी नहीं कर सकते जो गिग वर्कर हैं जिनकी इनकम निर्धारित नहीं है। वहीं इस को अपनी जिंदगी में लागू करने के लिए आपको अपनी पुरानी आदतें बदलनी पड़ेंगी जो कि बहुत कठिन काम है।